बिटकॉइन क्या है? पूरी जानकारी | Bitcoin kya hai hindi

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दोस्तों अभी market में Bitcoin अपना जगह  बहुत तेजी से बना रहा है और अगर आप भी Bitcoin के बारे में जानना चाहते है तो आपने बिलकुल सही पोस्ट चुना है इस पोस्ट में बित्कोइन के बारे में पूरी जानकारी पाएंगे जैसे bitcoin kya hai  ?

ये कैसे काम करता है आप बित्कोइन कैसे खरीद सकते है और साथ ही इसे कैसे बेचकर लाभ कमा सकते है तो आइये शुरू करते है और सबसे पहले जानते है बित्कोइन के बारे में |

 बिटकॉइन के बारे में (About Bitcoin ) :-

देखिए feed money आया , सरकार जितना चाहे उतना पैसा छाप सकती है। तो दो प्रॉब्लम्स आ गई।

  • 1. Control  – सरकार के पास बहुत ज्यादा कंट्रोल आ गया और दूसरा पावर आ गया कि वह अनलिमिटेड पैसा छाप सके। अब कंट्रोल में क्या प्रॉब्लम होता है?   सरकार के पास अगर पैसे को कंट्रोल करने की ताकत है तो इसमें प्रॉब्लम क्या है। जैसा हमने देखा कुछ साल पहले भारत में demonetization हो गया। तो क्योंकि वह पैसा सरकार के कंट्रोल में है।
बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन क्या है?

सरकार पैसा छापती है। सरकार के sign से या RBI के sign से उसकी value होती है।  तो जब चाहे सरकार take order पास करके उस sign को zero भी कर सकती है। जैसा demonetization में हुआ। जिसके पास cash रखा हुआ था।

वो cash की कीमत ही नहीं बची क्योंकि वह नोट की value सरकार ने वापस खींच ली। तो पहला प्रॉब्लम सरकार के कंट्रोल से कुछ लोगो कोई प्रॉब्लम लगता है हम यहाँ discuss नहीं करने वाले कि demonetization सही था या गलत था।

लेकिन कुछ लोगो को तकलीफ हुई। और  ये  debate able तो था ही काफी दो ग्रुप है एक सही था और गलत था। और दूसरी प्रॉब्लम कि unlimited पैसा सरकार छाप सकती है। तो यह एक economics  का rule है। कि जितना ज्यादा पैसा छापा जाएगा उतना ज्यादा महंगा पड़ेगा। तो चलिए यह दो प्रॉब्लम।
पहले प्रॉब्लम का solution क्या है कि हम cash में transactions करें हीना। हम digital transaction करे।

जैसा कि हुआ demonetization  के समय भी कि जिन लोगों के पास खूब सारा cash रखा हुआ था उन्हें प्रॉब्लम हुई। अगर bank account में  पैसा रखा हुआ है अगर आप Paytm use कर रहे हैं google pay use कर रहे हैं।

digital transaction कर रहे हैं। तो फिर cash कि value रहे ना रहे। नोट की वैल्यू रहे ना रहे।आपका पैसा तो digital transfer हो रहा है तो आपको प्रॉब्लम नहीं है। दो प्रॉब्लम मैं से एक प्रॉब्लम solve अगर हम digital money use करे।

  • 2. जिसमें इतना ज्यादा पैसा सरकार छापेगी। उतना ज्यादा महंगाई बढ़ेगी। यानी हमारे पास जो पैसा अकाउंट में या cash किसी भी form में पड़ा हुआ है।

उसकी value कब होगी तो प्रॉब्लम है कि दो प्रॉब्लम में से एक प्रॉब्लम यह digital money solve नहीं हो पा रहा और इस जो भी डिजिटल मनी है UPI हो wallets हो इस तरीके में इसमे में अभी एक प्रॉब्लम और है। कि हमारे जो lesser है। या हमारा जो वही खाता है। क्या debit हुआ? क्या  credit हुआ?

यह पूरा का पूरा बैंक के पास है या UPI या Wallets के पास है।  जिसको वह चाहे तो यूज कर सकते हैं या जब चाहे सरकार उनसे हमारे transactions का record मांग सकती है।और हमारे ऊपर investigation  चला सकती है। इसके अलावा सबसे major प्रॉब्लम हम अपना पैसा किसी बैंक के पास deposit कर रहे हैं। ताकि वह सुरक्षित रहे। अब बैंक उसे mislaid कर देती है या गलत लोगों को दे देती है।

हमने बहुत सारे businesses को देखा कि जिन्होंने बैंक से हजारों करोड रुपए उठाएं हुए थे और वह वापस नहीं आते यानी हम सिर्फ इतना कंट्रोल कर सकते हैं। कि हम वह पैसा axis bank या HDFC को दे। या ICIC को दे। उसके बाद वह बैंक हमारे पैसे का क्या कर रहा है?

इस पर हमारा कोई कंट्रोल नहीं और जैसा हमने yes bank cash में देखा कि हमारा पैसा बैंक ने लिया और उससे ऐसे लोगों को लोन बांट दिया कि वह पैसा वापस नहीं आया लेकिन खाताधारकों को तो अपना पैसा वापस चाहिए तो सरकार को बीच में आना पड़ा और सरकार को tax pair money से लोग पैसा लौटाना होगा। तो जब सरकार बैंक को हजारों करोड़ रुपए उस बैंक में डाल कर बचा रही है। तो सरकार के पास यह पैसा कहां से आया उन्हें यह पैसा print करना पड़ा।

अगर सरकार पैसा प्रिंट करेगी जैसा मैंने बताया economics का rule है। की महंगाई बढ़ेगी यानी बैंक क्योंकि हम से पूछ कर land नहीं करते। तो बैंक अगर गलत तरीके से land करते हैं।तो एक तरीके से एक तरीके से महंगाई बढ़ रही है। तो यह आज के money का एक major प्रॉब्लम है। की बैंक कंट्रोल करती है। पूरी economy financial institution control करते है।

पूरी economy और वह जब चाहे डाटा किसी को शेयर कर सकते हैं। government कि data mass क्योंकि सारे records centralized है। सारा lesser हमारी सारी banking history bank के पास है। तो वो खुद भी सरकार को भी ये data दे सकती है। अब finally इतने लंबे explanation के बाद लंबा explanation था। लेकिन जरुरी था। अब आपको bitcoin क्या होती है?  हमेशा याद रहेगा। अब हम जानते हैं Bitcoin kya hai ?

बिटकॉइन क्या है ? ( What is Bitcoin in hindi )

एक UPI I’d होती है। आपकी और दूसरों की अब अगर आपको दूसरों की आईडी पता है। तो उस आईडी पर आप पैसा भेज सकते हैं। इसके अलावा जब पैसा भेजने वाले है। तो पैसा भेजने की confirm करने के लिए आपको एक UPI pin डालना होगा।जिसे हम पासवर्ड भी बोल सकते हैं।

बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन क्या है

तो bitcoin भी  बिल्कुल  इसी तरह का digital money है।  बिल्कुल UPI कि तरह काम करता है। आपका एक bitcoin I’d है।जो आईडी अगर आप लोगो में अगर बांट दे जो लोग आपको उस आईडी पर पैसा भेज सकते हैं।

जैसे UPI I’d में होता है। और आपका एक पासवर्ड है जब भी आप अपने bitcoin किसी और को देना चाहेंगे अपना पैसा किसी और को देना चाहेंगे तो आपको वह पासवर्ड डालना है।इसे कहते है bitcoin कि private key क्योंकि यह सिर्फ आपके लिए private है।password कि तरह। अभी तक तो यह बिल्कुल UPI जैसा लग रहा है।

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UPI तथा Bitcoin में फर्क क्या होता है ?

फर्क एक simple सा  है जैसा मैंने बताया UPI या payment app wallets या bank कि बीच करते है यानी lesserवह बैंक maintain करता है। और वह दूसरों को दे सकता है।

  • Bitcoin में ये जो lesser है। यह आपने किसको payment किया कितना किया।यह डाटा कोई एक maintain नहीं करता। कोई बैंक कोई app कोई एक ही डाटा maintain नहीं करता।
  • इसमें क्या होता है जैसे ही आपने किसी और की bitcoin कि आईडी डाली। और अपना पासवर्ड डाला और पेमेंट किया तो
  • जैसे ही आप अपना पासवर्ड डाल रहे हैं वो transaction approved हो गया।और  ये जो record है। कि यहाँ  से debit हुआ। और  वहां  credit हुआ।
  • ये कोई बैंक के पास ना जाकर के कोई app के पास ना जा करके ये एक साथ  दुनिया के लाखों कंप्यूटर्स में  ये  data में  चला जाता है। कि इस bitcoin wallet से इस bitcoin wallet को कितने पैसे गए। password सही था।  transactions approved ऐसा एक साथ दुनिया  के लाखों कंप्यूटर में जाता है।

तो उसे चेंज नहीं किया जा सकता। और  इसके बाद  जैसा अगर आपकी UPI आईडी है और सरकार investigate करना चाहे। तो आपकी UPI आईडी से bank के पास record है।

तो ये UPI I’d किसकी  है इसके पीछे कौन सा बैंक अकाउंट लिंक है। तो इंसान को पता चल सकता है क्योंकि इस UPI आईडी के पीछे कौन इंसान है किसको पैसा मिला या किसने पैसा दिया?

दूसरा फर्क UPI तथा Bitcoin में

एक दूसरा फर्क यह  हैं कि bitcoin I’d के पीछे कौन इंसान हैं यह पता नहीं चलता कि आप को bitcoin wallet को खोलने के लिए जैसे UPI आईडी बनाने के लिए आपको बैंक अकाउंट या वॉलेट अकाउंट चाहिए। जिसने आपको पैन कार्ड या आधार कार्ड चाहिए।

Bitcoin wallet शुरू करने के लिए आपको पैन या आधार कार्ड की जरूरत नहीं है।जैसा bitcoin designed था उसमें यानी कि bitcoin I’d के पीछे कौन इंसान हैं। ये पता नहीं चल पाता। और किसी एक कंप्यूटर में इसका रिकॉर्ड नहीं है कि उस कंप्यूटर को वह लोग के सारे रिकॉर्ड मुझे दे लाखों लाखों कंप्यूटर में यह रिकॉर्ड बैठे हुए हैं

और इसमें कोई चेंज नहीं हो सकता और वह रिकॉर्ड आपको मिल भी जाए तो वह किसका है इस bitcoin wallet के पीछे कौन है वह इंसान पता नहीं चल सकता।

अब bitcoin या बाकी cryptocurrency ये जो bitcoin cryptocurrency कहा जाता है। कि क्योंकि ये digital currency है। real money नहीं है। digital Money है। तो इसके 2 फायदे दुनिया बताएगी पहला फायदा यह कि आप कंट्रोल कर रहे हैं।आपका पैसा कहां जा रहा है। जैसे real money में क्या होता है?

Real money में क्या होता है?

हमने हमारा पैसा bank में deposit कर दिया आप बैंक कंट्रोल करती है कि हमारा पैसा कहां निवेश हो रहा है। लेकिन इस case में आप अपने पैसे कंट्रोल में है। दूसरा कोई एक सरकार कोई एक देश की सरकार इस पैसे को या तो जपत नही कर सकती। cancel नहीं कर सकती।

 

  • क्योंकि सरकार ने यह तो issue ही नहीं किया। सरकार का तो इस पर कंट्रोल ही नहीं है। तो किसी एक देश की सरकार की मनमर्जी पर bitcoin dependent नहीं है। हां यह जरूर है जैसे बीच में भारत ने भी किया था कि bitcoin apps को ही बंद कर दिया।
  • Bitcoin में  निवेश करना  भारत में अगर आप है तो इसे बहुत ज्यादा मुश्किल गैरकानूनी लगभग नामुमकिन बना दिया लेकिन भारत सरकार चाह कर भी अगर bitcoin  एक bitcoin कि  किमत 10000 dollar है।
  • तो उसे 0 या 5000 या दो हजार नहीं कर सकते। सारी दुनिया में कैसा demand supply है।उसके हिसाब से bitcoin की कीमत या value decide  हो गई।  तो कल को अगर भारत कर्जे में डूब जाता है। और ज्यादा नोट छापने लगता है।
  • तो बिटकॉइन की कीमत नहीं करेगी जो कि वह भारत सरकार के action पर निर्भर नहीं है। किसी भी देश के  सरकार के action पर निर्भर नहीं है यानी इससे में  global currency मैं निवेश कर पा रहा हूं।
  • हर किसी एक सरकार के गलत या सही निर्णय से मेरा पैसा मेरी मेहनत की कमाई affect नहीं होगी। और दूसरा मैं कंट्रोल कर रहा हूं। कि मेरा पैसा कहां लग रहा है  या किसको जा रहा है।
  • और तीसरा  major disadvantages यह माना जाता है जिस कारण भारत में भी इसको लेकर काफी दुविधा रही हैं allow करते हैं नही करते हैं। ऐसे allow है।

क्योंकि owner कि identity पता नहीं चलती। कि ये bitcoin किसका है। किसने transactions किया। तो काफी illegal activity के लिए bitcoin use होता है। ऐसे allegation लगते रहे। तो ये एक major concern है। bitcoin या बाकी currencies साथ। अब bitcoin को लेकर इतना हवा क्यों है?

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Bitcoin को लेकर इतना हवा क्यों है?

ऐसा कहा जाता है कि पिछले कुछ सालों में बहुत ज्यादा return दीया। बिल्कुल 2010 से लेकर 2017 तक इसमें काफी अच्छा रिटर्न दिया। लेकिन उसके दो कारण थे उन कारणों को जानना जरूरी है और blindly यह उम्मीद करना कि आपको सही रिटर्न मिल जाएगा। यह सही नहीं है। तो कारण जिसके कारण bitcoin ने अच्छा रिटर्न दिया।

  • 1. बहुत नई चीज दी novelty दी और थोड़ा इसमे movement आ गया था। तो जो थोड़ा बहुत रिटर्न दे दे एकदम से बहुत सारे interest लोगों का उस चीज में आ जाता है और भेड़ चाल में सब demand करने लगते हैं। और ऐसे में जिस चीज की बहुत demand हो।
  • उसका भाव तो बढ़ ही जाता है।और दूसरा इसकी supply limited है।  यानी पहले से ये  decided था कि यह केवल 21 billion bitcoin दुनिया में होंगे जैसे गोल्ड की कीमत क्यों है?

गोल्ड जैसे बित्कोइन की कीमत  क्यों है?

क्योंकि गोल्ड rare है। गोल्ड कम मिलता है। गोल्ड हर जगह नहीं मिलता है। यह हर जगह सड़क पर बिखरा हुआ नहीं है। अगर गोल्ड भी आसानी से 2 फीट जमीन खोज दो और सुना निकल जाए गोल्ड की भी कीमत नहीं होती तो bitcoin क्योंकि बहुत कम  थे।

इसलिए ये भी  bitcoin कि scarcity थी। इसलिए इसकी डिमांड बढ़ती जा रही थी। लेकिन हमको यह जानना होगा कि किसी भी currency के दो users होते हैं।

  1.  As a medium of exchange  यानी अगर डॉलर मेरे पास है तो डौलर देकर कुछ खरीद सकता हूं। और  दूसरा कि मैं speculation करू।या trading करू। $20 का भाव बढ़ेगा रुपए का गिरेगा तो मेरे को डॉलर खरीद लेना चाहिए। अगर मेरे को लग रहा है कि रुपए का भाव बढेगा।
  2. डॉलर गिरेगा तो हमें रुपया खरीदना चाहिए।  तो मैं currency इसलिए खरीद रहा हूं। क्योंकि मेरे को लग रहा है कि currency का भाव है कम ज्यादा होगा। और दूसरा reason कि currency  मैं अपने पास रखना चाहता ताकि मैं आपसे चीजें खरीद सकूं।
  3. तो बिटकॉइन में चीजें खरीदना आसान नहीं है। जितना आसानी से आप रुपयों से चीजों को खरीद सकते।वो हर दुकान में पैसा accept होता है भारत में।  दुनिया में डॉलर accept होता है।
  4. बिटकॉइन आपको हर दुकान में स्वीकार नहीं होगा तो इससे एक चीज क्लियर हो जाती है कि बिटकॉइन लोग इसलिए नहीं खरीद रहे हैं क्योंकि उससे transactions करना आसान है।
  5. बिटकॉइन लोग इससे खरीद रहे हैं। क्योंकि 5000 का 10000 हो जाएगा। 10 का 20 हो जाएगा।और कुछ सालों तक ऐसा हुआ भी क्योंकि 2018 में बिट कॉइन की वैल्यू एकदम से crash की और लोग बिटकॉइन को as a investment सोच रहे थे।

उनकी पूरी की पूरी जिंदगी की कमाई भी खत्म हो गई। ऐसा पूरी लोगों के साथ हुआ बिटकॉइन crash के कारण। तो अगर बिटकॉइन बढ़ता जा रहा था। ये rare था। सोना भी rare है। तो सोना बढ़ता जाता है तो बिटकॉइन crash क्यों हुआ?

Bitcoin crash क्यों हुआ ?

बिटकॉइन क्या होता है ?
बिटकॉइन क्या होता है ?

एक Major कारण जब भी कोई चीज successful होती है। तो वैसे ही और सारी चीजें आ जाती है। तो बिटकॉइन एक तरह के डिजिटल या work full currency है। जैसे ही वह successful हुई। 2016 ,17, 18 का शुरुआती समय ऐसा था जब बिटकॉइन एकदम से successful हो रही थी।  और एकदम से repeal ऐसे बहुत सारी cryptocurrency आ गई।

हंसी और सारे डिजिटल currency आ गई। जिन लोगों को बिटकॉइन महंगी लगने लगी वह ethereum खरीदने लगे। repeal खरीदने लगे। बाकी कई सारी Co alternatives आ गई। जिसको खरीदने लगे  अब जरा इसको शेयर  से समझते हैं । अगर MRF भी tyre बना रहा है। JK tyre भी  tyre बना रहा है। तो कौन से शेयर का दाम ज्यादा रहेगा। जो कंपनी के टायर ज्यदा अच्छे हैं।

और जो कंपनी ज्यादा मुनाफा कमाती उसके शेयर का दाम बढ़ेगा लेकिन बिटकॉइन ethereum and repeal में कौन ज्यादा अच्छा है ?

बिटकॉइन ethereum and repeal मैं कौन ज्यादा अच्छा है ?

जितनी नई करेंसी आ रही थी वह ज्यादा अच्छी हो रही थी क्योंकि उनमें transactions जल्दी होता था और नई technology से बनी थी उन्होंने बिटकॉइन को देखा था |

तो उसकी कमियों को दूर किया इस कारण से मैं यह नहीं कह पाता था कि बिटकॉइन बढ़ेगा क्योंकि बिटकॉइन ज्यादा अच्छा है और ethereum बुरा है और repeal बुरा है |

तो नहीं बढ़ेगा सब लगभग एक जैसी थी बल्कि नई वाली कुछ मान्य में अच्छी थी तो जिस कारण बिटकॉइन वैल्यू नहीं था यानी बिटकॉइन ज्यादा superior नहीं था better नहीं था पर अगर कोई चीज दूसरों मैं competition ज्यादा better नहीं है ज्यादा अच्छी नहीं है तो वह लंबे समय तक पढ़ती नहीं रह सकती तो cryptocurrency definitely दुनिया में अच्छा करेगी।

लेकिन कौन से करेगी। 100 cryptocurrency है। कौन सी एक दूसरों से अच्छी है। अभी हर 2 महीने में एक नई currency आती है।यह पिछले वालों से अच्छी होती है।

निष्कर्ष

अगर आप मुझसे पूछे मेरी जिम्मेदारी थी। कि मैं आपको बताऊं बिटकॉइन क्या है? cryptocurrency क्या है क्या निवेश करना चाहिए मैं तो personally नहीं करता ।

मुझे यह सही नहीं लगता उम्मीद करता हूं कि आज की इस पोस्ट से आप समझ पाए होंगे कि bitcoin kya hai ?और इससे जुड़ी सारी जानकारियां आपको मिल गई होंगी।

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